Donald Trump Resction Over US Tariffs : टैरिफ को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि किसी भी देश के साथ व्यापार के लिए अमेरिका टैरिफ दरों पर बातचीत करते समय किसी तरह का दबाव बनाने की कोशिश नहीं कर रहा है. ऐसे में ट्रंप ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि “मैं निष्पक्षता चाहता हूं.” उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका “जहां भी हो सके, पारस्परिक टैरिफ” देखना चाहता है. इस दौरान उन्होंने दावा करते हुए कहा कि उनकी टैरिफ नीति अमेरिकी अर्थव्यवस्था में “सैकड़ों अरब डॉलर” लाएगी. इसके साथ ही उन्होंने अपने पूर्ववर्ती जो बाइडेन पर कुप्रबंधन का भी आरोप लगाया.
अमेरिका का एक दल आएगा भारत
ट्रंप का यह बयान उस समय आया जब अमेरिका ने कई व्यापार समझौते किए हैं, इस के साथ ही भारत सहित कई देशों के साथ अभी भी बातचीत चल रही है. जानकारी देते हुए बता दें कि ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत का टैरिफ ऐलान किया है लेकिन रूस के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को लेकर नरम रुख अपनाया है. ऐसे में उन्होंने ये तक कहा है कि दोनों देशों की “मृत अर्थव्यवस्थाएं” हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार अगस्त में छठे दौर की वार्ता शुरू होने की संभावना है जब अमेरिका का एक दल भारत आएगा.
ट्रंप ने स्वीकार की है ये बात
ऐसे में मीडिया रिपोर्ट का कहना है कि राजनीतिक बयानबाजी से इतर भारत और अमेरिका पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं. इस मामले को लेकर कुछ विश्लेषकों का कहना है कि 25 फीसदी शुल्क शायद सिर्फ सौदेबाजी की एक रणनीति हो सकती है. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए ट्रंप ने किसी देश का जिक्र किए बिना स्वीकार किया कि कुछ देशों के लिए समान पारस्परिक दरें “संभव नहीं हो सकतीं हैं.”
अमेरिका ने व्यापार को लेकर कहा
जानकारी के मुताबिक, विकासशील अर्थव्यवस्थाएं अमेरिका जैसे अमीर देशों से आयात पर ज्यादा शुल्क लगाती रही हैं, इसका मुख्य कारण यह है कि स्थानीय बाजारों को विदेशी वस्तुओं से प्रभावित होने से बचाया जा सके और साथ ही विकसित क्षेत्रों में अपनी वस्तुओं और सेवाओं को बेचने पर उन्हें कम शुल्क देना पड़ता है. बता दें कि ट्रंप ने संकल्प लेते हुए कहा कि अमेरिकी निर्माताओं को चीन जैसे देशों में कम लागत पर निर्मित विदेशी वस्तुओं से पीछे नहीं रहना चाहिए.
भारत को लेकर ट्रंप ने कही ये बात
कुछ दिनों पहले ही ट्रंप ने ये भी कहा था भारत के साथ ‘बहुत अच्छे संबंध’ होने के बावजूद सबसे अधिक सीमा शुल्क लगाने वाले देशों में से एक है. ट्रंप ने मीडिया के साथ साक्षात्कार में भारत के साथ अमेरिका के संबंधों पर चर्चा के दौरान यह बात कही थी. उनका मानना है कि वो (भारत) शुल्कों में काफी हद तक कटौती करने जा रहे हैं.
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