पैट्रिक हर्मिनी बने सेशेल्स के नए राष्ट्रपति, PM Modi ने दी बधाई

Divya Rai
Content Writer The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Seychelles Presidential Election: सेशेल्स में राष्ट्रपति पद के चुनाव में डॉ. पैट्रिक हर्मिनी ने जीत दर्ज की है. पैट्रिक की जीत पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी.

पीएम मोदी ने दी पैट्रिक हर्मिनी को बधाई

सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए पीएम मोदी ने भारत और सेशेल्स के बीच दीर्घकालिक संबंधों का जिक्र किया और हर्मिनी के नेतृत्व में द्विपक्षीय संबंध और भी मजबूत करने को लेकर विश्वास व्यक्त किया. प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, “सेशेल्स के राष्ट्रपति चुनाव में डॉ. पैट्रिक हर्मिनी की जीत पर उन्हें हार्दिक बधाई. हिंद महासागर हमारी साझा विरासत है और हमारे लोगों की आकांक्षाओं और जरूरतों को पोषित करता है. मुझे विश्वास है कि राष्ट्रपति के रूप में उनके कार्यकाल में हमारे बहुआयामी संबंध और भी गहरे होंगे और गति पकड़ेंगे. उनके आगामी कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं.”

Seychelles Presidential Election में जीत हासिल की

सेशेल्स के सबसे बड़े विपक्षी दल यूनाइटेड सेशेल्स के उम्मीदवार और नेशनल असेंबली के पूर्व अध्यक्ष हर्मिनी ने कड़े मुकाबले वाले दूसरे दौर के चुनाव में मौजूदा राष्ट्रपति वेवल रामकलावन को हराकर जीत हासिल की. ​​चुनाव का परिणाम रविवार सुबह जारी किया गया. आधिकारिक परिणामों के अनुसार, हर्मिनी को 52.7 प्रतिशत, जबकि रामकलावन को 47.3 प्रतिशत वोट मिले. यह चुनाव इस द्वीपीय राष्ट्र में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव का प्रतीक है, जहां हर्मिनी ने राष्ट्रीय एकता, आर्थिक पुनरुत्थान और क्षेत्रीय साझेदारी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने का संकल्प लिया है.

कैसे हैं भारत और सेशेल्स के संबंध

भारत और सेशेल्स के बीच ऐतिहासिक रूप से मजबूत राजनयिक और रणनीतिक संबंध रहे हैं, जिनमें समुद्री सुरक्षा, विकास परियोजनाओं और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में सहयोग शामिल है. चुनाव जीतने के बाद हर्मिनी ने कहा, “लोगों ने मुझ पर जो विश्वास जताया है, उससे मैं बहुत विनम्र हूं और कृतज्ञता, कर्तव्यनिष्ठा और सेशेल्स के लोगों की शक्ति एवं चरित्र में अटूट विश्वास के साथ इस जनादेश को औपचारिक रूप से स्वीकार करता हूं.”

कौन हैं हर्मिनी

हर्मिनी 2007 से 2016 तक सेशेल्स की राष्ट्रीय सभा के अध्यक्ष रहे. संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच वर्षों का होता है. पहले दौर में आधे से अधिक मत प्राप्त करने वाले उम्मीदवार को विजेता घोषित किया जाता है. यदि कोई भी उम्मीदवार यह बहुमत हासिल नहीं कर पाता है तो दोनों प्रमुख दावेदार मतदान के दूसरे दौर में आगे बढ़ते हैं.

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