US China Relation: दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच कुछ दिनों से जारी टैरिफ वॉर अब थमता नजर आ रहा है. दरअसल, दोनों देशों 90 दिनों के लिए व्यापारिक तनाव पर विराम लगाने का फैसले पर सहमत हुए है. इस अस्थायी समझौते के अंतर्गत चीन और अमेरिका दोनों ही एक-दूसरे से आयात किए जाने वाले उत्पादों पर टैरिफ में बड़ी कटौती के लिए तैयार हो गए हैं.
दोनों देशों के बीच इस अस्थायी युद्धविराम का फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच हुई महत्वपूर्ण बैठक में लिया गया. इस फैसल के तहत चीन अब अमेरिका से आयात किए जाने वाले सामान पर 125% की जगह सिर्फ 10% टैरिफ लगाएगा, जबकि अमेरिका चीन से आने वाले उत्पादों पर 145% की जगह केवल 30% टैक्स वसूलेगा.
स्थायी व्यापार समझौते की नींव
अमेरिका और चीन के इस कदम कों वैश्विक बाजारों में व्यापारिक स्थिरता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है. जानकारों के मुताबिक, आगामी तीन महीनों में यदि दोनों पक्ष समझौते के तहत आगे बढ़ते हैं, तो यह स्थायी व्यापार समझौते की नींव भी बन सकता है. टैरिफ को लेकर दोनों देशों के बीच हुए इस समझौते की जानकारी अमेरिका के वित्तमंत्री स्कॉट बेसेंट द्वारा दी गई है.
व्यापार संबंधों में सुधार की उम्मीद
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने जनवरी में अमेरिका के राष्ट्रपति का पदभार संभालने के कुछ दिनों बाद ही भारत-चीन समेत कई देशों से आयात होने वाले वस्तुओं पर भारी-भरकम टैरिफ लगाना शुरू कर दिया था, जिससे दुनियाभर में टैरिफ वॉर जैसा माहौल बन गया था. ट्रंप के इस फैसले का कनाड़ा समेत तमाम देशों ने विरोध भी किया था. हालांकि अब चीन और अमेरिका के बीच हुआ यह समझौता वैश्विक बाजारों के लिए राहत की खबर बनकर आया है. ऐसे में आने वाले दिनों में इससे व्यापार संबंधों में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है.
यूएस-चाइना की इस डील से शेयर बाजारों में खुशी की लहर
अमेरिका-चीन के ट्रेड वॉर में आई राहत के बाद दुनियाभर के शेयर बाजारों में खुशी की लहर है. दोनों देशों के बीच इस ऐलान के तुरंत बाद हांगकांग के प्रमुख शेयर बाजार इंडेक्स, हेंगशेंग में 3 प्रतिशत का उछाल देखा गया. इसके अलावा, चीन के शंघाई कंपोजिट इंडेक्स में भी सकारात्मक रुझान देखने को मिला. साथ ही भारतीय शेयर बाजारों में तेज गति देखने को मिली.
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