US News: अमेरिका में भारतीय वंशी डॉक्टर बॉबी मुक्कामाला ने भारतीय समुदाय का नाम रोशन किया है. मुक्कामाला को बुधवार, 11 जून को अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के 180वें अध्यक्ष चुना गया है. इसके साथ ही वह 178 साल के इतिहास में संगठन का नेतृत्व करने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति बन गए हैं.
दिल को छू लेने वाला पल… बोले बॉबी मुक्कामाला
अध्यक्ष बनने के बाद बॉबी मुक्कामाला ने कहा, “इस खुशी और पल को वह बता नहीं सकते हैं. यह दिल को छू लेने वाला है, यह इंस्पायरिंग है.” अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के 180वें अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति 8 सेमी टेम्पोरल लोब ट्यूमर की सर्जरी के कुछ महीने बाद हुई है. मुक्कामाला के लिए ट्यूमर का 90 प्रतिशत हिस्सा निकालना सबसे बड़ा ऑपरेशन था. कैंसर से उनकी लड़ाई ने उनको अमेरिका में पहचान दिलाई है और इस पद के लिए दावेदारी मजबूत की है. वह अपने मंच और अनुभव का इस्तेमाल कर एक बेहतर और अच्छे अमेरिकी हेल्थ की वकालत करेंगे.
मुक्कामाला के बारे में जाने
बॉबी मुक्कामाला मिशिगन में स्थित एक बोर्ड-प्रमाणित ओटोलैरिंगोलॉजिस्ट और हेड-एंड-नेक सर्जन हैं. 1971 में भारतीय अप्रवासी डॉक्टर दंपत्ति के घर जन्मे मुक्कामाला ने मिशिगन यूनिवर्सिटी के मेडिकल स्कूल से ग्रेजुएशन की और शिकागो में लोयोला यूनिवर्सिटी से चिकित्सा केंद्र में अपना पीजी पूरा किया. वह 2000 में फ्लिंट लौट आए, जहां वह अपनी पत्नी नीता कुलकर्णी एमडी के साथ निजी प्रैक्टिस करने लगे. उनकी पत्नी भी महिला रोग विशेषज्ञ हैं.
मुक्कामाला एक प्रमुख एएमए नेता रहे हैं. उन्हें नवंबर 2024 में ग्रेड 2 एस्ट्रोसाइटोमा, एक धीमी गति से बढ़ने वाले मस्तिष्क ट्यूमर होने का पता चला, जिसे दिसंबर 2024 में सर्जरी कर निकाल दिया गया. एक मरीज के तौर पर उनके अनुभव ने स्वास्थ्य समानता और सुलभ देखभाल के लिए उनकी वकालत को बढ़ावा दिया है, जो कि अफोर्डेबल केयर एक्ट में उन जैसे सुरक्षा पर जोर देता है.
अपने समुदाय के लिए काम करते हैं मुक्कामाला
डॉ बॉबी मुक्कामाला अपने समुदाय में बहुत सक्रिय रहते हैं. साल 2012 में, उन्होंने स्वास्थ्य व्यवसायों का अध्ययन करने वाले छात्रों की मदद करने के लिए मिशिगन-फ्लिंट यूनिवर्सिटी में छात्रवृत्ति की शुरुआत की थी. मुक्कामाला के जुड़वां बेटे हैं जिनका नाम देवेन और निखिल है. अपने खाली समय में बच्चों को समय देते हैं और उन्हें अपने समुदाय की मदद करना पसंद है.
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