Venezuela President: वेनेजुएला और अमेरिका के बीच संबंधों में आई तनातनी अब वैश्विक स्तर पर चिंता का विषय बन गया है. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि ट्रंप प्रशासन वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ संभावित सैन्य और गुप्त ऑपरेशन की योजना बना रहा है. कथित तौर पर अमेरिका द्वारा यह कदम मादुरो के शासन को कमजोर करने और देश में अमेरिकी प्रभाव बढ़ाने के इरादे से उठाया जा सकता है.
अमेरिकी मीडिया और सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, शुरुआती रणनीति सीक्रेट ऑपरेशन के तौर पर शुरू हो सकती है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि यह ऑपरेशन कब होगा और इसके दायरे में कितनी गतिविधियाँ शामिल होंगी. वहीं, पेंटागन और CIA जैसे उच्च सुरक्षा एजेंसियों ने इस पर कोई भी बयान देने से साफ इंकार कर दिया है.
कैरेबियाई इलाके में अमेरिकी सैन्य गतिविधियाँ
बता दें कि हाल ही में अमेरिकी सेना ने कैरेबियाई क्षेत्र में भारी सैन्य जमावड़ा किया है. इस क्षेत्र में अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर ‘जेराल्ड आर फोर्ड’, युद्धपोत, परमाणु पनडुब्बी और F-35 फाइटर जेट तैनात किया गया हैं. दरअसल, अधिकारियों का मानना है कि यह रणनीति वेनेजुएला पर दबाव बनाने और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति का जवाब देने के लिए की जा रही है.
वहीं, व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ड्रग तस्करी रोकने और क्षेत्रीय सुरक्षा बनाए रखने के लिए हर प्रकार की शक्ति का उपयोग करने को तैयार हैं.
अमेरिकी आरोप और मादुरो का रुख
बता दें कि अमेरिका लंबे समय से मादुरो पर ड्रग तस्करी में शामिल होने के आरोप लगाता रहा है. हालांकि मादुरो इन आरोपों को शुरू से ही खारिज करता आ रहा है. उनका कहना है कि अमेरिका उनका सत्ता से सफाया करना चाहता है. वेनेजुएला की सेना और सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी भी बाहरी हस्तक्षेप का देश विरोध करेगा और नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता है.
सितंबर से अब तक अमेरिकी सैन्य कार्रवाई में दर्जनों ड्रग तस्करी से जुड़े वाहनों और नावों को निशाना बनाया गया, जिसमें 80 से अधिक संदिग्ध मारे गए. इसके वजह से मानवाधिकार संगठनों ने अमेरिका की कार्रवाई की आलोचना की है. उनका कहना है कि बिना उचित सबूत के किसी को मारना अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है.
उड़ानों और एयरस्पेस की सुरक्षा
अमेरिकी फेडरल एविएशन एजेंसी (FAA) ने हाल ही में वेनेजुएला के एयरस्पेस में बढ़ती मिलिट्री गतिविधियों के कारण चेतावनी जारी की है. FAA का कहना है कि GPS सिग्नल में व्यवधान और सैन्य गतिविधियों के कारण उड़ानें जोखिम में आ सकती हैं. इसके बाद कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस ने वेनेजुएला के लिए अपनी उड़ानों को रद्द कर दिया. हालांकि, वेनेजुएला ने अब तक नागरिक विमानों को निशाना बनाने की कोई चेतावनी नहीं दी है.
दोनों देशों के बीच कूटनीतिक बातचीत
इस बीच अमेरिका और वेनेजुएला के बीच कूटनीतिक बातचीत भी जारी है. अमेरिकी प्रशासन जल्द ही ‘कार्टेल दे लॉस सोल्स’ को विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करने की तैयारी कर रहा है. अमेरिका का आरोप है कि मादुरो इस संगठन का नेता है, जबकि मादुरो इसे पूरी तरह खारिज करते हैं.
अमेरिकी रक्षा मंत्री के अनुसार, इस संगठन को आतंकवादी घोषित करने के बाद अमेरिका के पास कई नए विकल्प खुलेंगे, जिनमें सैन्य कार्रवाई की संभावना भी शामिल है. वहीं, अमेरिका ने मादुरो की गिरफ्तारी पर इनाम बढ़ाकर 50 मिलियन डॉलर कर दिया है.
वेनेजुएला की तैयारी और राष्ट्रीय प्रतिरोध
वेनेजुएला की सेना लंबे समय से आर्थिक तंगी और संसाधनों की कमी का सामना कर रही है. खाने-पीने और बुनियादी जरूरतों की कमी के कारण सैनिकों को स्थानीय समुदाय और किसानों से मदद लेनी पड़ रही है.
देश में संभावित अमेरिकी कार्रवाई के मद्देनजर, वेनेजुएला की सेना लंबे समय तक चलने वाले प्रतिरोध की तैयारी कर रही है. इसके तहत छोटे-छोटे सैनिक समूह देशभर में छापामार हमले, गुरिल्ला रणनीति और स्थानीय सुरक्षा नेटवर्क के जरिए अमेरिकी हमले का मुकाबला करेंगे.
विशेषज्ञों का कहना है कि यह तनाव अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर चुनौती पैदा कर सकता है. यदि दोनों पक्षों के बीच सैन्य टकराव होता है, तो इसके व्यापक राजनीतिक, आर्थिक और मानवीय प्रभाव पड़ सकते हैं.
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