Shardiya Navratri: लखीमपुर शहर के बीचो-बीच स्थित प्राचीन संकटा देवी मंदिर भक्तों के आस्था और विश्वास का केंद्र है. ऐसी मान्यता है देवी मां के दरबार से कोई भक्त खाली हाथ नहीं लौटता. मां सभी की मन्नतें पूरी तरती हैं. वैसे तो मां के दरबार में हर दिन भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन शारदीय और वासंतिक नवरात्र में यहां भक्तों का हुजूम उमड़ता है. आज नवरात्र के पहले दिन हजारों भक्तों ने देवी मां के दरबार में हाजिरी लगाई. उनके चरणों में शीश नवाकर अपने और परिवार के सुख-समृद्धि की कामना की. इस दौरान भक्तों द्वारा मां का जयकारा लगाए जाने से आसपास का वातावरण पूरी तरह से देवीमय बना रहा.
भोर से ही शुरु हुआ भक्तों के मंदिर में पहुंचने का क्रम
लखीमपुर शहर के बीचो-बीच स्थित प्राचीन संकटादेवी मंदिर में शारदीय नवरात्र के पहले दिन भोर से ही भक्तों के पहुंचने का क्रम शुरु हो गया. जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ता गया, वैसे-वैसे भकतों की संख्या में इजाफा होता गया.
मां के दर्शन के लिए भक्तों को खड़ा होना पड़ा कतार में
भीड़ इस कदर बढ़ गई कि मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को कतार में खड़ा होना पड़ा. कतार में खड़े लोगों की आंखों में यह ब्याकुलता साफ झलक रही थी कि, कब वह मां के दरबार में पहुंच जाए और उनकी झलक पा सके. मां के दर्शन के लिए पहुंचने वालों में महिलाओं की संख्या भी अधिक रही.
भक्तों में मां से की सुख-समृद्धि की कामना
आलम यह था का जितने भक्त मां का दर्शन कर लौट रहे थे, फिर उनसे अधिक पहुंच रहे थे. भक्तों ने देवी मां की आराधना कर अपने और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की. दर्शन-पूजन के दौरान भक्तों द्वारा मां अम्बे का का जयकारा लगाने और घंट-घड़ियाल बजाए जाने से पूरा वातावरण देवीमय बना रहा.
चुस्त-दुरुस्त रही सुरक्षा व्यवस्था
भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिसकर्मियों की तैनाती की थी. श्रद्धालुओं को दर्शन-पूजन में किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके मद्देनजर बैरिकेडिंग की गई थी. पूरे नौ दिनों तक मां संकटा देवी के दरबार में भक्ति की बयार बहेगी. मां शेरावाली का दरबार भक्तों से गुलजार रहेगा. भक्त मां का दिव्य दर्शन पाकर निहाल होंगे.
(रिपोर्ट, हर्ष गुप्ता)