भारत की आर्थिक स्थिति रहेगी स्थिर, Pakistan की बढ़ेगी परेशानियां: Moody’s

Shivam
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव को लेकर भारत की व्यापक आर्थिक स्थिति को स्थिर देखता है. सोमवार को आई मूडीज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के साथ तनाव बढ़ने से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर इसका असर पड़ सकता है और सरकार के चालू राजकोषीय कंसोलिडेशन लक्ष्यों में बाधा आ सकती है. रिपोर्ट में बताया गया है कि भू-राजनीतिक स्थिति में वृद्धि के बीच आगे की तकरार पाकिस्तान के लिए बाहरी वित्त पोषण तक पहुंच को बाधित कर सकती है.
इसके अलावा, पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार पर अतिरिक्त दबाव भी आ सकता है, जो कि 15 बिलियन डॉलर से थोड़ा अधिक है और आने वाले वर्षों में बाहरी ऋण दायित्वों को पूरा करने के लिए आवश्यक राशि से काफी कम है. इसके विपरीत, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार मजबूत है, जो 688 बिलियन डॉलर से अधिक है. मूडीज ने कहा कि भारत में व्यापक आर्थिक स्थितियां, मजबूत सार्वजनिक निवेश और निजी उपभोग के कारण स्थिर बनी हुई हैं, हालांकि रक्षा खर्च में वृद्धि से राजकोषीय कंसोलिडेशन धीमा होने की संभावना है.
रिपोर्ट के मुताबिक, तुलनात्मक रूप से भारत में व्यापक आर्थिक स्थितियां स्थिर रहेंगी, मजबूत सार्वजनिक निवेश और स्वस्थ निजी उपभोग के बीच विकास को मध्यम लेकिन अभी भी उच्च स्तर से बल मिलेगा. रिपोर्ट में कहा गया है, “स्थानीय तनाव में निरंतर वृद्धि के परिदृश्य में, हम भारत की आर्थिक गतिविधि में बड़े व्यवधान की उम्मीद नहीं करते हैं क्योंकि पाकिस्तान के साथ इसके न्यूनतम आर्थिक संबंध हैं. पाकिस्तान की 2024 में भारत के कुल निर्यात में 0.5 प्रतिशत से भी कम हिस्सेदारी थी. हालांकि, उच्च रक्षा खर्च संभावित रूप से भारत की राजकोषीय ताकत पर भार डालेगा और इसके राजकोषीय कंसोलिडेशन को धीमा कर देगा.”
हालांकि, पाकिस्तान आर्थिक मोर्चे पर एक अनिश्चित स्थिति का सामना कर रहा है. देश 2023 में सॉवरेन डिफॉल्ट के कगार पर था और उसे 3 बिलियन डॉलर के आईएमएफ ऋण से उबारना पड़ा. सॉवरेन डिफॉल्ट किसी सरकार के अपने देश के ऋण चुकाने में विफल रहने की स्थिति को कहा जाता है. देश अभी भी इस फाइनेंशियल लाइफलाइन पर गंभीर रूप से निर्भर है और 1.3 बिलियन डॉलर का एक और क्लाइमेट रेजिलियंस लोन जुटाने की बेताबी से कोशिश कर रहा है.
मूडीज को उम्मीद है कि भारत-पाकिस्तान के बीच समय-समय पर तनाव बढ़ेगा, लेकिन उसे नहीं लगता कि यह व्यापक सैन्य संघर्ष में बदल जाएगा. मूडीज ने कहा, “पाकिस्तान और भारत के लिए हमारा भू-राजनीतिक जोखिम मूल्यांकन लगातार तनाव को ध्यान में रखता है, जिसके कारण कई बार सीमित सैन्य प्रतिक्रियाएं हुई हैं. हम मानते हैं कि तनाव समय-समय पर होगा, जैसा कि दोनों संप्रभुओं के स्वतंत्रता के बाद के इतिहास में हुआ है, लेकिन इससे व्यापक सैन्य संघर्ष नहीं होगा.”
Latest News

Operation Sindoor: इजरायल ने किया भारत के एयरस्ट्राइक का समर्थन, कहा- ‘आतंकियों को पता होना चाहिए कि बचने के लिए कोई जगह नहीं’

Operation Sindoor: इजरायल ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर भारत के एयरस्ट्राइक का समर्थन किया...

More Articles Like This

Exit mobile version