Hula Hooping Benefits: क्या आप फिट रहने का मजेदार तरीका ढूंढ रहे हैं? तो हुला हूपिंग आपके लिए है! यह प्लास्टिक रिंग वाला व्यायाम न सिर्फ कोर मांसपेशियों को मजबूत करता है, बल्कि मनोरंजन का भी पूरा डोज देता है. यह करने में न केवल सरल बल्कि खुश रहने का भी एक मजेदार साधन है.
कैसे करते हैं हुला हूपिंग
जर्नल ऑफ स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग रिसर्च (2021) में छपे एक अध्ययन के अनुसार, 6 सप्ताह तक हुला हूपिंग करने वालों की कमर की परिधि में उल्लेखनीय कमी आई और कोर की ताकत बढ़ी, जो चलने से भी ज्यादा प्रभावी साबित हुई. अब सवाल उठता है कि सरल से दिखने वाले मनोरंजन से भरपूर हुला हूपिंग करते कैसे हैं? दरअसल, ये एक साधारण व्यायाम है, जिसमें एक प्लास्टिक रिंग को कमर, कूल्हों या शरीर के अन्य हिस्सों के चारों ओर घुमाया जाता है. इसे शुरू करने के लिए एक हल्का या भारी हुला हूप लें. अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई पर रखें, रिंग को कमर पर टिकाएं और इसे घुमाने के लिए कूल्हों को गोलाकार गति में हिलाएं. एक्सपर्ट बताते हैं कि शुरुआत में इसे 5 से 10 मिनट तक ही करना चाहिए और धीरे-धीरे समय बढ़ाना चाहिए.
सेहत के लिए फायदेमंद है ये व्यायाम
एक्सपर्ट बताते हैं कि हुला हूप की सबसे खास बात यह है कि इसे जिम के अलावा, घर पर भी आसानी से किया जा सकता है. इससे मिलने वाले फायदे बहुत हैं. एक्सपर्ट के अनुसार, हुला हूपिंग एक फुल-बॉडी वर्कआउट है, जो कोर मांसपेशियों को मजबूत करता है और कमर को टोन करता है. यह कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का शानदार मिश्रण है. नियमित अभ्यास से पेट की चर्बी कम होती है, लचीलापन बढ़ता है और तनाव भी घटता है. यह व्यायाम मस्ती के साथ कैलोरी बर्न करता है, जिससे फिटनेस का लक्ष्य बोरिंग नहीं लगता. बच्चों से लेकर बड़ों तक, सभी इसे आसानी से आजमा सकते हैं.
कुछ सावधानियां बरतनी जरूरी
हालांकि, हुला हूप करने (Hula Hooping Benefits) में कुछ सावधानियां भी बरतनी जरूरी हैं. इसे शुरू करने से पहले सही आकार का हूप चुनें; बड़ा हूप शुरुआती लोगों के लिए आसान होता है. पीठ दर्द या कोई चोट है, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है. शुरुआत में ज्यादा जोर नहीं लगाना चाहिए और धीरे-धीरे स्पीड बढ़ानी चाहिए. अभ्यास करने से पहले ध्यान रखना चाहिए कि जगह खुली और बड़ी हो, ताकि रिंग किसी चीज से टकराए न. हल्के कपड़े और आरामदायक जूते पहनें.
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