इजरायल को मुश्किल में डाल सकती है सिनवार की मांग… इजरायली कर्नल का बड़ा खुलासा

Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Raginee Rai
Raginee Rai
Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Gaza Ceasefire: गाजा में हमास इजरायल जंग के बीच बीते कई महीनों से युद्धविराम का मुद्दा उठाया जा रहा है, लेकिन इसमें अभी तक सफलता नहीं मिली है. अमेरिका की ओर से जोर देकर कहा गया है कि युद्ध को रोकना चाहिए. इसके बाद भी हर बार संघर्ष को रोकने पर बातचीत अटक जा रही है. इसके लिए हमास और इजरायल एक दूसरे को दोष दे रहे हैं. इसी बीच इजरायल रक्षा और सुरक्षा फोरम के सीईओ लेफ्टिनेंट कर्नल यारोन बुस्किला ने कहा कि गाजा में युद्ध रोकने के लिए हमास प्रमुख याह्या सिनवार कई मांग कर रहा है, जो इजरायल को मुश्किल में डाल सकती हैं.

सेना की पूर्ण रूप से वापसी चाहता है सिनवार  

बुस्किला ने बताया कि हमास ने गाजा पट्टी में पूरी तरह युद्ध रोकने, क्षेत्र से इजरायली सेना की पूर्ण वापसी और इजरायल की जेलों में बंद फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की मांग की है. यारोन बुस्किला का कहना है कि गाजा युद्धविराम के संबंध में सिनवार वास्तव में जो मांग कर रहा है, उसमें ना केवल फिलाडेल्फी और नेटजारिम कॉरिडोर को खाली करना है बल्कि पूरे इलाके से सेना की पूर्ण रूप से वापसी भी है.

इतना ही नहीं हमास चीफ सिनवार चाहता है कि गाजा पट्टी पर इजरायल की उड़ानें न संचालित हो, और न ही गाजा पट्टी के ऊपर खुफिया जानकारी इकट्ठा करने वाले इजरायली ड्रोन संचालित हो. यरुशलम पोस्ट के अनुसार, यारोन बुस्किला ने कहा कि सिनवार गाजा पट्टी में अपनी और अपने संगठन की वही ताकत चाहता है, जो उसके पास 7 अक्टूबर यानी जंग शुरू होने से पहले थी. ऐसे में सवाल ये है कि इजरायल कुछ बंधकों को रिहा करना चाहता है.

अगर सिनवार को पहले की ताकत मिली तो….  

बुस्किला ने कहा कि ‘अगर सिनवार को पहले की तरह ताकत मिली तो वह हमास को एक और हमले के लिए तैयार कर सकता है. शायद वह वेस्ट बैंक में अपनी मौजूदी भी बड़ाएगा. वह पूरी ताकत से इजरायल को कमजोर करने की कोशिश करेगा. ऐसे में यदि हम गाजा पट्टी में महत्वपूर्ण सैन्य दबाव बनाते हैं, सप्‍लाई रोकते हैं, या सिर्फ आईडीएफ को सप्‍लाई हस्तांतरित करते हैं तो हम हमास को बातचीत की मेज पर लाने के लिए दबाव बना सकते हैं. हम उन शर्तों के अंतर्गत बात कर सकते हैं, जो इजरायल के लिए सुविधाजनक हैं, जैसा कि पहले के वार्ता समझौते में था.

कर्नल बुस्किला के मुताबिक, इस वक्‍त इजरायल महत्वपूर्ण सैन्य दबाव पैदा नहीं कर पा रहा है. उन्होंने कहा कि हम मुख्य रूप से जो हमारे पास है, उसे ही संरक्षित कर रहे हैं और नई उपलब्धियां हासिल नहीं कर रहे हैं. हम राफा के केंद्र में नहीं जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें :- इंडोनेशिया में धर्मगुरू पोप फ्रांसिस को निशाना बनाने की थी तैयारी, पुलिस ने योजना की नाकाम

 

Latest News

04 November 2025 Ka Panchang: मंगलवार का पंचांग, जानिए शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

04 November 2025 Ka Panchang: हिंदू धर्म में किसी भी कार्य को करने से पहले शुभ और अशुभ मुहूर्त...

More Articles Like This