Isael-Hamas War: इजरायल ने मानवीय संकट को देखते हुए गाजा के तीन क्षेत्रों में रोजाना 10 घंटे के लिए बमबारी रोकने का ऐलान किया है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना ने रविवार को घोषणा की कि वह मानवीय सहायता के लिए गाजा के तीन क्षेत्रों में सैन्य अभियानों में रोज का विराम लागू करेगी.
बता दें कि जंग के वजह से गाजा में भुखमरी अपने चरम पर है. गाजा की ओर से लगाए गए मानवीय सहायता प्रतिबंध का पूरे विश्व में विरोध हो रहा है. अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद अब इजरायल गाजा के कुछ निर्धारित क्षेत्रों में रणनीतिक युद्धविराम करेगा और मदद को अंदर आने की इजाजत होगी.
घनी आबादी वाले क्षेत्रों में लागू होंगे युद्ध विराम
इजरायली सुरक्षा बलों ने कहा कि ये विराम खास घनी आबादी वाले क्षेत्रों में लागू होंगे, हालांकि गाजा के अन्य हिस्सों में सैन्य अभियान चलता रहेगा. गाजा में पिछले कई महीनों से इजरायल ने ब्लोकेड लगा रखा है, संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठन की मानें तो गाजा में भुखमरी पांचवी स्टेज पर पहुंच गई है जहां रोजाना भूख से लोग मर रहे हैं. इसमें बड़ी संख्या में बच्चें शामिल है.
कौन से इलाकों में रोका जाएगा युद्ध?
इजरायल सेना के बयान के अनुसार गाजा के अल-मवासी, देर अल-बलाह और गाजा सिटी में स्थानीय समयानुसार प्रतिदिन सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक सैन्य गतिविधियों पर रोक रहेगी. बयान में कहा गया है कि यह रोक अगली सूचना तक प्रभावी होगी. इस समय के दौरान इन इलाकों में मानवीय सहायता पहुंचाने का काम किया जाएगा.
इसके अलावा इजरायली सेना ने कहा है कि उसने गाजा में स्थायी रूप से सहायता पहुंचाने के लिए ‘सेफ रूट’ तय किए हैं. ये घोषणा 27 जुलाई से लागू कर दिया गाएगा और ये रूट नागरिकों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए प्रतिदिन सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक खुले रहेंगे.
हवाई रूट से भी पहुंचाई जा सकेगी मदद
इजरायली सेना ने आगे कहा कि IDF इजरायली नागरिकों की सुरक्षा के लिए, गाजा पट्टी में आतंकवादी संगठनों के खिलाफ चल रहे युद्धाभ्यास और आक्रामक अभियानों के साथ-साथ मानवीय प्रयासों का समर्थन करना जारी रखेगी. आईडीएफ ने इस फैसले का विस्तार करने की भी इच्छा जताई है. इससे पहले शुक्रवार को इजरायल ने ऐलान किया था कि वह विदेशी देशों को भी हवाई सहायता पहुंचाने की अनुमति देगा, जिसके बाद उसने शनिवार को गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाना शुरू कर दी है. हालांकि गाजा को अभी बहुत सहायता की आवश्यकता है, जो इन प्रयासों से पूरी नहीं होगी.
ये भी पढ़ें :- ‘भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद दोस्त होने पर गर्व’, पीएम मोदी बोले- हमने हमेशा साथ मिलकर किया काम